Nobelman: कुणाल कपूर ने प्रमोशन के दौरान सुनाई अपनी आपबीती, विद्यार्थी जीवन में बुलिंग की बात पर कहा य़े

बॉलीवुड एक्टर कुणाल कपूर (Kunal Kapoor) ने बातों ही बातों में अपनी आने फ़िल्म नोबल मैन (Nobelman) को लेकर बहुत सारे खुलासे किये आखिर क्यों उन्होंने इस फिल्म का चुनाव किया। साथ ही अपनी आगामी फ़िल्मों के बारे में भी बात की। ये भी बताया कि रंग दे बसंती (Rang De Basanti 2) को लेकर उनकी सोच क्या है।

वंदना कटारिया (Vandana Kataria) द्वारा निर्देशित नोबेलमैन फिल्म (Noblemen Movie) आज देशभर में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को लीड कर रहे हैं कुणाल कपूर (Kunal Kapoor)। ऐसे में हमारी टीम ने उनसे कई सारे सवाल जवाब किये। जिसका उत्तर दोनों ने बड़ी बेबाकी से दिया।

सवाल – नोबेलमेन फिल्म की नींव कैसे रखी आपने ?

वंदना कटारिया – Merchant of Venice पर बेस्ड है कहानी। जिसमे क्रिस्चन जू को बुल करता है और एक दिन क्रिस्चन चाहता है कि मैं उससे बदला लूं। तो हमने इस सिचवेशन को एक बॉडिंग स्कूल में डाल दिया है जहां बच्चें भी होते हैं और बुलिंग जैसी चीजे भी होती हैं। ये एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे हमें समाज के सामने लाना चाहते थे। इसलिए ही हमने इस फिल्म का निर्माण किया।

सवाल – कुणाल जी आपने इस फिल्म में एक टीचर का किरदार निभाया है। कितनी तैयारियां की ?

कुणाल कपूर – देखिए इस किरदार को करने में मुझे बहुत ज्यादा मजा आया। मैंने थियेटर किया है। स्कूल में, कॉलेज में, और अभी हालही में भी किया है। इसलिए भी मैंने इस रोल को अपनाया है। दूसरी बात ये है कि सेक्सपियर की मुझे कहानियां बहुत पसंद हैं। सबसे बेहतरीन चीज ये है कि उनकी कहानी यूनिवर्सल होती हैं। वे जिन चीजों पर बात करते है लिखते हैं उन्हें आज भी पसंद किया जाता है। ये रोल करना मेरे लिए बहुत ही एक्साइटेड था।

सवाल – वंदना जी हर कोई मेकर चाहता है कि वो मसालेदार फ़िल्में बनाए। आपने इतनी सीरियस कहानी का चयन क्यों किया ?

कुणाल कपूर – दरअसल ये हो गया। यूनिवर्स चाहता था कि हम बुलिंग पर फिल्म बनाए। मैंने बहुत सोचकर ये फिल्म नहीं बनाई है। बुलिंग जैसे मुद्दे उठाना जरूरी भी है।

तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।