छठ का महापर्व आ चूका है और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है| इस साल छठ पूजा 26 अक्टूबर( गुरुवार) और 27 अक्टूबर(शुक्रवार) को मनाई जा रही है| यह पर्व दिवाली के 6 दिन के बाद मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार से प्रचलित हुआ है हालाँकि इसकी प्रसिद्धि उत्तर प्रदेश में भी बड़ी संख्या में है| मंगलवार को ‘नहाय-खाय’ के प्रकरण के साथ चार दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार धूमधाम से शुरू हो चूका है| छठ पर्व को लेकर पूरे बिहार सहित उत्तर प्रदेश में लोग काफी उत्साहित हैं|
कैसे मनाते हैं ये त्यौहार?
यह पर्व चार दिनों का होता हैजोकि भैयादूज के तीसरे दिन से यह शुरू होता है| व्रत के सबसे पहले दिन सेन्धा नमक, घी से बना हुआ अरवा चावल और कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में खायी जाती है|अगले दिन से उपवास आरम्भ होता है। जिसमें व्रत करने वाली महिलाएं दिनभर अन्न-जल त्याग कर शाम करीब 7 बजे से खीर बनाकर, पूजा करने के बाद खाना खाती हैं जिसे खरना कहा जाता है| तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य यानी दूध अर्पण करते हैं। अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य चढ़ाते हैं। पूजा में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है; लहसून, प्याज वर्जित होता है। जिन घरों में यह पूजा होती है, वहाँ भक्तिगीत गाये जाते हैं।
ऐसे में आइये देखते हैं छठ माँ के त्यौहार पर गाये जाने वाले ये गाने-
यह पर्व मुख्य रूप से बिहार से प्रचलित हुआ है हालाँकि इसकी प्रसिद्धि उत्तर प्रदेश में भी बड़ी संख्या में है| मंगलवार को ‘नहाय-खाय’ के प्रकरण के साथ चार दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार धूमधाम से शुरू हो चूका है| छठ पर्व को लेकर पूरे बिहार सहित उत्तर प्रदेश में लोग काफी उत्साहित हैं|