हिमेश रेशमिया ने बॉलीवुड में बन रहे रीमेक सांग पर रखी अपनी राय, कंटेस्टेंट और जज में बताया फर्क

हिमेश रेशमिया (Himesh Reshammiya) ने रीमेक सांग्स (Remake Songs) पर बात की। सुपर स्टार में वो जल्द ही एक जज की भूमिका निभाते हुए नज़र आने वाले हैं| ऐसे में हमने उनसे कुछ बातचीत की यहां देखिए इस उन्होंने अपने शो के साथ साथ बाकी कौन से विषय में उन्होंने अपनी राय रखी है?

हिमेश रेशमिया (Himesh Reshammiya) जल्द ही सुपरस्टार सिंगर (Superstar Singer) नाम के शो को जज करते हुए नज़र आने वाले हैं| इस शो में छोटे-छोटे बच्चे भाग लेने वाले हैं| हिमेश रेशमिया ने हिंदी रश डॉट कॉम को दिए इस खास इंटरव्यू में बॉलीवुड में रीमेक गानों के चलन पर बात की|

जब हमने उनसे पूछा की बच्चों को उनके गाने का रिव्यु देना थोड़ा मुश्किल होता होगा? तो इस पर उन्होंने कहा हां, बिलकुल! बच्चें हैं तो बच्चा बनना पड़ता है| अगर बच्चा बनकर उन्हें कोई सलाह दें तो बच्चे नहीं बल्कि वो बड़ों की तरह समझते हैं और वो बिल्कुल बुरा नहीं मानते | अगर आप उन्हें एक दम सही तरीके से लॉजिक के साथ समझाएं तो वो समझ जाता है|

आगे अपनी बातचीत को जारी रखते हुए हमने पूछा की कंटेस्टेंट होना ज्यादा मुश्किल है या जज होना? तो इस पर हिमेश रेशमिया : जज होना बहुत ही मुश्किल है| कंटेस्टेंट होने की भी अपनी ही एक जर्नी है| लेकिन जज पर बहुत रिस्पॉन्सिबिलिटी आ जाती है| आपको कोई गलत फैसला नहीं करना है क्योंकि आपका पॉइंट ऑफ़ व्यू प्रैक्टिकल होगा या बुकिश? क्योंकि बुकिश जब प्रैक्टिकल से टकराता है तो कई बार आप गलत कंटेस्टेंट की ज्यादा तारीफ कर देते हैं| तो वो जो कंटेस्टेंट है वो गलत समझने लग जाएगा कि वो प्रैक्टिकल दुनियां में सही है| अगर वो सही नहीं होगा तो वो अपना रुख मोड़ेगा नहीं जो उसे मोड़नी चाहिए| इसीलिए तो रियालिटी शोज़ हैं ताकि आप सही स्टेज पर ये बात जान सको की उसको इस प्रोफेशन में रहना है या नहीं? तो प्रैक्टिकल करेक्ट एडवाइज़ बहुत ही जरुरी है एक जज की तरफ से इसलिए जज कंटेस्टेंट से ज्यादा महत्वपूर्ण है|

तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।