अपने ही गढ़ में क्यों हारे आदित्यनाथ योगी, देखिये 5 बड़ी वजहें

ये है आदित्यनाथ के हार की बड़ी वजह

ये बनी योगी आदित्यनाथ के हार की वजह

उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उप चुनाव के परिणाम ने सभी को हैरानी में डाल दिया है| त्रिपुरा विजय के कुछ दिन के भीतर ही हुए इन दोनों सीटों पर उपचुनाव के जो नतीजे सामने आये हैं वो कुच्छ ऐसा है जिसने बीजेपी को हैरान और परेशान कर दिया है| इन दो सीटों में एक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की थी तो वहीँ दूसरा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री की| यूपी में मोदी लहर आया और छाया भी रहा तभी तो विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना परचम फहराया, लेकिन एक सवाल है जो सभी के मन में है कि आखिर सिर्फ एक साल में ऐसा क्या हो गया कि इन 2 सबसे प्रमुख सीटों पर बीजेपी हार गयी| यही नहीं बल्कि हमारे हिसाब से इस चुनाव में योगी की हार होने की पांच वजहें हैं

1. वोटर्स की संख्या कम

सबसे पहले जो वजह सामने आ रही है वो ये है कि शहर के बीचोबीच चाय की चौपाल पर होने वाली राजनीती शायद अब पाहले जैसी नहीं रही| ऐसा कहा जाता है कि चाय पर राजनीती मामलों पर होने वाली चर्चा से भांपा जा सकता है कि अहीर देश और राज्य की राजनीती का आम जनता पर क्या प्रभाव पड़ रहा है लेकिन गोरखपुर के एक निवासी का कहना है कि गोरखपुर के बनिया, ब्राह्मण और ठाकुर कुछ ज्यादा ही सुख-सुविधा से लबरेज़ हैं जिसकी वजह से वो घर पर ही रहे और योगी आदित्यनाथ को याद नहीं रख पाए|

एक तरफ जहाँ सभी को लग रहा था कि गोरखपुर में बीजेपी का दबदबा है तो इसके हारने की कोई बात ही नहीं है लेकिन जब चुनाव का ये परिणाम आया तो सभी हक्के बक्के रह गए| इसके पहले निकाय चुनाव में हैरानी की बात तो ये है कि खुद बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता वोट डलवाने भी नहीं आए|

ऐसे ही और वजहें जानने के लिए देखिये यह विडियो-

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।