मीना कुमारी को रुपहले पर्दे ने सब कुछ दिया था, लेकिन फिर भी अकेली थीं बॉलीवुड की ‘ट्रेजेडी क्वीन’

मीना कुमारी को ट्रेजेडी क्वीन’ (Tragedy Queen Meena Kumari) कहा जाता था। अभिनेत्री ने फिल्ममेकर कमाल अमरोही से शादी की थी। वो लोगों से कहती थीं कि वो मरना नहीं चाहतीं, लेकिन कोमा में जाने के बाद 31 मार्च, 1972 में मीना कुमारी ने अंतिम सांसे ली। ऐसे ही मीना कुमारी के किस्से जानने के लिए देखें ये वीडियो।

1 अगस्त, 1933 को मुंबई (तत्कालीन बंबई) में जन्मीं मीना कुमारी का असल नाम महजबीं बानो था। कहा जाता है कि उनके पैदा होने के बाद उनके पिता के पास अस्पताल का बिल भरने के पैसे तक भी नहीं थे। मुफलिसी से तंग आकर एक दिन वो मीना कुमारी को अनाथालय के बाहर रख आए थे, लेकिन घर लौटते समय एक बाप का दिल पसीज गया और वो फौरन अपनी नवजात बच्ची को लेने के लिए अनाथालय की ओर भागे।

साल 1947 में बीमारी के चलते उनकी मां की मौत हो गई। उस समय तक महजबीं बानो मीना कुमारी बन चुकी थीं। फिल्म निर्देशक विजय भट्ट ने ही उन्हें ये नाम दिया था। अभिनेत्री ने करीब 3 दशक तक फिल्मी दुनिया पर राज किया था।1949 में मीना कुमारी की मुलाकात मशहूर लेखक और फिल्मकार कमाल अमरोही (Kamal Amrohi) से होती है।

कमाल शादीशुदा थे और उसी साल कमाल के निर्देशन में बनी सुपरहिट फिल्म ‘महल’ उनको शोहरत की नई बुलंदियों पर ले जा रही थी। कमाल अपनी अगली फिल्म ‘अनारकली’ में मीना कुमारी को लेना चाहते थे। इसी वजह से अक्सर उनकी मुलाकातें होने लगीं।

तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।